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उज्जैन में अब तक 535.4 मिमी बारिश, तराना सबसे आगे – मकड़ौन में सबसे कम; संभाग में नीमच टॉप
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में इस साल मानसून मेहरबान रहा है। राज्य में अब तक सामान्य से करीब 6.9 इंच ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है और सीजन का 96% कोटा पूरा हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में झमाझम का दौर जारी है। इसी बीच, उज्जैन संभाग और जिले के आंकड़े भी सामने आए हैं।
उज्जैन संभाग का हाल
भू-अभिलेख उज्जैन संभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्षाकाल में अब तक औसतन 661.9 मिमी वर्षा हो चुकी है। बीते 24 घंटों में 25 अगस्त की सुबह तक औसतन 40.7 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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संभाग में सबसे ज्यादा वर्षा नीमच जिले में दर्ज हुई है, जहाँ अब तक 899.1 मिमी पानी बरस चुका है।
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सबसे कम वर्षा शाजापुर जिले में हुई है, जहाँ मात्र 434.6 मिमी बारिश हुई।
अगर पिछले साल की तुलना करें तो इस बार देवास और शाजापुर में काफी कम वर्षा हुई है, जबकि रतलाम और नीमच में पिछले साल से बेहतर आंकड़े दर्ज हुए हैं।
उज्जैन जिले की तस्वीर
जिले में अब तक औसतन 535.4 मिमी बारिश हो चुकी है। बीते 24 घंटों में औसतन 3.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
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सबसे ज्यादा पानी तराना तहसील में गिरा है, जहाँ अब तक 719 मिमी बारिश हो चुकी है।
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वहीं सबसे कम बारिश मकड़ौन तहसील में दर्ज हुई है – केवल 342 मिमी।
अन्य तहसीलों की स्थिति इस प्रकार रही –
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उज्जैन: 560 मिमी
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घट्टिया: 567.5 मिमी
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खाचरौद: 641 मिमी
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नागदा: 585.1 मिमी
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बड़नगर: 489 मिमी
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महिदपुर: 499 मिमी
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झारड़ा: 616.4 मिमी
पिछले साल की तुलना
गत वर्ष इसी अवधि में जिले में कई तहसीलों में बारिश की मात्रा ज्यादा थी। उदाहरण के तौर पर –
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नागदा में इस बार 585.1 मिमी, जबकि पिछले साल 809.1 मिमी।
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मकड़ौन में इस बार मात्र 342 मिमी, जबकि पिछले साल 569 मिमी।
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वहीं झारड़ा और तराना तहसीलें इस साल बेहतर स्थिति में हैं।
प्रदेश में बारिश का हाल
राज्य स्तर पर औसतन अब तक 35.5 इंच पानी गिर चुका है, जबकि सामान्य तौर पर 28.6 इंच होना चाहिए था। यानी इस बार अब तक औसत से करीब 7 इंच ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश की वार्षिक सामान्य बारिश 37 इंच मानी जाती है। इस हिसाब से केवल डेढ़ इंच और पानी गिरते ही इस मानसून का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
सबसे ज्यादा और सबसे कम बारिश वाले जिले
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प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा बारिश गुना (53.3 इंच) में हुई है।
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इसके बाद मंडला, अशोकनगर, रायसेन और श्योपुर शीर्ष जिलों में शामिल हैं।
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वहीं इंदौर, धार, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा और खरगोन जैसे जिलों में बारिश का आंकड़ा अब तक 20 इंच तक भी नहीं पहुंच पाया है।
अलर्ट और मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग ने मंगलवार को मंदसौर और नीमच जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भोपाल और आसपास के जिलों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। विभाग का अनुमान है कि 2-3 दिनों बाद मानसून का सिस्टम कमजोर होगा और केवल चुनिंदा जिलों में ही भारी वर्षा के हालात बनेंगे।